PM Svanidhi Yojana in Hindi(पीएम स्वनिधि योजना): PM SVANidhi, जिसे Prime Minister Street Vendor’s AtmaNirbhar Nidhi के नाम से जाना जाता है, एक सरकारी योजना है जिसका शुभारंभ आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने जून 2020 में किया था।
यह योजना स्ट्रीट वेंडर्स के लिए बनाई गई है, जिनकी आर्थिक स्थिति COVID-19 महामारी के कारण प्रभावित हुई थी।
इसका मुख्य लक्ष्य छोटे स्ट्रीट वेंडर को सस्ते ऋण प्रदान करना है, ताकि वे अपनी आजीविका फिर से शुरू कर सकें, आत्मनिर्भर बन सकें और डिजिटल बैंकिंग या डिजिटल लेन-देन की ओर बढ़ सकें।
PM Svanidhi Yojana in Hindi(पीएम स्वनिधि योजना) पृष्ठभूमि
COVID-19 के लॉकडाउन के दौरान, स्ट्रीट वेंडर्स की आमदनी लगभग समाप्त हो गई थी। छोटे व्यवसाय, फुटपाथ पर दुकानें, ठेलों और रेहड़ी-पटरी संचालित करने वालों की आय पर नकारात्मक असर पड़ा।
इन वेंडर्स के पास बचत कम होती है, बैंकिंग सेवाएं सीमित होती हैं, और जब जरुरत पड़ती है तो मंहगे सूदखोरों से कर्ज लेना पड़ता है।
सरकार ने विचार किया कि यदि उन्हें आसान ऋण मिल सके, जिससे वे छोटे स्तर पर अपने काम को फिर से शुरू कर सकें तो उनकी आजीविका पुनः सुरक्षित हो सकती है। इसी सोच के आधार पर PM SVANidhi योजना की शुरुआत की गई।
PM Svanidhi Yojana in Hindi(पीएम स्वनिधि योजना) के उद्देश्य
आर्थिक पुनरुद्धार: COVID-19 से प्रभावित स्ट्रीट वेंडर्स को त्वरित आर्थिक सहायता मुहैया करना।
आत्मनिर्भरता की वृद्धि: वेंडर्स को छोटे ऋण देकर बाहरी कर्ज की आवश्यकता को कम करना। उनकी आजीविका को मजबूती प्रदान करना।
डिजिटल लेन-देन को प्रोत्साहित करना: डिजिटल माध्यम से लेन-देन एवं ऋण चुकाने के लिए प्रोत्साहन देना। सामग्री जैसे कैशबैक को शामिल करना।
असंगठित क्षेत्र को औपचारिक वित्तीय प्रणाली से जोड़ने का प्रयास: बैंक, बैंकिंग चैनल और NBFCs के माध्यम से स्ट्रीट वेंडर्स को आर्थिक व्यवस्था में लाना।
ब्याज सब्सिडी प्रदान करना: जो लोग समय पर ऋण चुकाते हैं, उन्हें ब्याज सब्सिडी देना ताकि उनकी वित्तीय ज़िम्मेदारियां कम हो सकें।
PM Svanidhi Yojana in Hindi(पीएम स्वनिधि योजना) की विशिष्टताएँ

यहाँ PM SVANidhi योजना की महत्वपूर्ण विशेषताओं का विवरण दिया गया है:
संपार्श्विक-मुक्त ऋण: ऋण लेने के लिए किसी भी तरह की गारंटी की आवश्यकता नहीं है।
प्रारंभिक ऋण राशि: पहले ऋण के रूप में ₹10,000 तक की राशि प्राप्त की जा सकती है।
ऋण चुकाने की अवधि: पहले ऋण की पहली किस्तें सामान्यतः 12 महीनों में मासिक आधार पर चुकाई जानी चाहिए। दूसरे ऋण की अवधि अलग हो सकती है।
ब्याज सब्सिडी: यदि ऋण समय पर चुकाया जाता है तो 7% प्रति वर्ष की ब्याज सब्सिडी मिलती है।
डिजिटल लेन-देन पर कैशबैक: डिजिटल रूप से भुगतान करने वाले वेंडर्स को महीने की कैशबैक उपलब्ध होती है।
ऋण वृद्धि का विकल्प: पहले ऋण का समय पर भुगतान करने पर अगला ऋण उच्च राशि में मिल सकता है।
PM Svanidhi Yojana(पीएम स्वनिधि योजना) लाभार्थी
पात्रता मापदंड | विवरण |
वेंडर का प्रकार | रेहड़ी-पटरी वाले, फेरीवाले, छोटा ठेला, फुटपाथ पर सामान बेचने वाले आदि। |
व्यवसाय की शुरुआत | व्यवसाय (स्टॉल/ठेला आदि) मार्च 2020 लॉकडाउन से पहले या फिर योजना शुरू होने से पहले से चल रहा हो। |
ID/पहचान पत्र | शहरी स्थानीय निकाय (ULB) से वेंडर सर्टिफिकेट या पहचान पत्र होना चाहिए। यदि ऐसा न हो तो Local Body से LoR (Letter of Recommendation) आदि हो सकती है। |
बैंक खाता | बैंक खाता होना चाहिए जहाँ ऋण की राशि जमा की जा सके। |
ऋण की राशि और चरण: PM Svanidhi Yojana in Hindi(पीएम स्वनिधि योजना)
पहले ऋण की अधिकतम राशि ₹10,000 तक हो सकती है।
पहले ऋण के चुकाने के बाद, वेंडर दूसरा कर्ज ले सकते हैं, जो अधिक हो सकता है।
ऋण की अधिकतम सीमा वेंडर की काम करने की क्षमता और चुकाने के रिकॉर्ड पर निर्भर करेगी।
आवेदन प्रक्रिया: PM Svanidhi Yojana in Hindi(पीएम स्वनिधि योजना)
PM SVANidhi योजना के लिए आवेदन की प्रक्रिया सरल तरीके से नीचे बताई गई है:
ऑनलाइन आवेदन करें:
- सरकार की आधिकारिक वेबसाइट: https://pmsvanidhi.mohua.gov.in/ या पोर्टल पर जाकर।
- पहचान और वेंडर सर्टिफिकेट तैयार रखें।
- यदि आपके पास ULB (शहरी स्थानीय निकाय) से विक्रेता प्रमाणपत्र या पहचान पत्र है, तो यह सकारात्मक है। अगर ऐसा नहीं है, तो आपको स्थानीय निकाय से सत्यापन या LoR बनवाना होगा।
बैंक खाता विवरण प्रदान करें
आपके पास एक बैंक खाता होना आवश्यक है, और आपके मोबाइल नंबर को आधार से जोड़ा जाना चाहिए।
फॉर्म भरने की प्रक्रिया
आवेदन पत्र में अपनी व्यवसाय से जुड़ी जानकारी, निवास का स्थान, व्यापार का प्रकार और मांगी गई ऋण राशि जैसे विवरण भरें।
कृती और ऋण की प्राप्ति
यदि आवेदन सही है और सभी दस्तावेज पूरे हैं, तो बैंक या संबंधित संस्था द्वारा आपका ऋण स्वीकृत किया जाएगा और रकम आपके खाते में ट्रांसफर की जाएगी।
ब्याज सब्सिडी और शर्तें
- यदि आप ऋण चुकाते समय समय पर भुगतान करते हैं, तो आपको प्रति वर्ष 7% ब्याज सब्सिडी प्राप्त होगी।
- ऋण की पूर्व-चुकौती पर कोई भी चार्ज नहीं लगेगा।
- डिजिटल तरीके से ऋण चुकाने वाले विक्रेताओं को कैशबैक जैसे प्रोत्साहन हासिल होंगे।
PM Svanidhi Yojana(पीएम स्वनिधि योजना) की अद्यतन स्थिति

- योजना की समय अवधि को बढ़ा दिया गया है।
- पहले यह योजना 31 दिसंबर 2024 तक लागू थी, अब इसे बढ़ाकर 31 मार्च 2030 किया गया है।
- योजना के लिए बजट राशि 7,332 करोड़ रुपये निर्धारित की गई है।
- लक्ष्य है लगभग 1. 15 करोड़ (11. 5 मिलियन) विक्रेताओं को लाभ पहुंचाना, जिसमें 50 लाख (5 मिलियन) नए विक्रेता शामिल हैं।
ऋण सीमाओं में परिवर्तन
पहली किश्त: 10,000 रुपये से बढ़कर अब 15,000 रुपये हो गई है।
दूसरी किश्त: पहले 20,000 रुपये थी, अब इसे 25,000 रुपये कर दिया गया है।
तीसरी किश्त: यह अभी भी 50,000 रुपये पर है।
क्रेडिट कार्ड की पेशकश
जो विक्रेता दूसरी किश्त का ऋण समय पर चुका चुके हैं, उन्हें UPI से जुड़े RuPay क्रेडिट कार्ड दिया जाएगा, जिसकी सीमा 30,000 रुपये होगी।
डिजिटल लेनदेन प्रोत्साहन और कैशबैक
डिजिटल भुगतान के लिए कैशबैक की सीमा बढ़ा दी गई है। अब विक्रेता प्रति वर्ष 1,600 रुपये तक कैशबैक प्राप्त कर सकते हैं।
यह प्रोत्साहन रिटेल और थोक दोनों प्रकार के लेनदेन पर लागू होता है।
योग्यता और कवरेज का विस्तार
अब यह योजना केवल महत्वपूर्ण नगरों तक सीमित नहीं है, बल्कि जनगणना नगरों, शहरी क्षेत्रों आदि में क्रमबद्ध विस्तार हो रहा है।
जिन विक्रेताओं को अब तक विक्रेता प्रमाणपत्र नहीं मिला है, उन्हें अस्थायी विक्रेता प्रमाणपत्र जारी किया जा रहा है।
कितने ऋण जारी किए जा चुके हैं
जुलाई 2025 तक लगभग 96 लाख (9. 6 मिलियन) ऋण स्वीकृत किए गए हैं, जिनकी कुल राशि लगभग 13,797 करोड़ रुपये है।
डिजिटल लेनदेन में भी काफी सक्रियता देखी जा रही है – लाखों विक्रेताओं ने डिजिटल भुगतान को अपनाया है।
Other Schemes:
Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana
Pradhan Mantri Internship Yojana 2025
Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana
Pradhan Mantri Ujjwala Yojana 2025
चुनौतियाँ और सुझाव: PM Svanidhi Yojana in Hindi(पीएम स्वनिधि योजना)
चुनौतियाँ
वेंडर प्रमाण पत्र या पहचान की कमी
कई वेंडर्स के पास सही पहचान नहीं होती, जिससे आवेदन करने में मुश्किल आती है।
डिजिटल तकनीक की समझ में कमी
डिजिटल डॉक्यूमेंट भरना और मोबाइल ऐप या वेबसाइट का उपयोग करना कई वेंडर्स के लिए चुनौतीपूर्ण है।
ब्याज दरें, शुल्क और बैंकिंग प्रक्रिया
हालांकि ब्याज सब्सिडी उपलब्ध है, लेकिन बैंक के शुल्क और अन्य खर्च ऐसे होते हैं जिन्हें वेंडर्स समझ नहीं पाते।
ऋण लौटाने की समय सीमा
यदि किसी की आय अस्थिर है या व्यवसाय की हालत ठीक नहीं है, तो ऋण चुकाना मुश्किल बन सकता है।
सुझाव
- स्थानीय प्रशासन और ग्राम पंचायतों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वेंडर प्रमाण पत्र आसानी से मिल सके।
- प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करें ताकि वेंडर्स डिजिटल टूल्स का उपयोग सही से कर सकें।
- बैंक और वित्तीय संस्थानों को वेंडर्स के लिए प्रक्रियाएँ अधिक सुगम बनानी चाहिए।
- ऋण चुकाने में समय-समय पर लचीलापन प्रदान किया जाए ताकि वेंडर्स को कोई समस्या न हो।
निष्कर्ष: PM Svanidhi Yojana in Hindi(पीएम स्वनिधि योजना)
PM SVANidhi योजना एक सकारात्मक दृष्टिकोण है, जिसके जरिए असंगठित वर्ग के व्यक्तियों को सशक्त बनाया जा सकता है। यह योजना स्ट्रीट वेंडर्स को वित्तीय सहायता देती है, रोजगार को पुनः स्थापित करती है, और डिजिटल बैंकिंग की ओर प्रेरित करती है।
हालांकि कुछ समस्याएँ मौजूद हैं, जैसे पहचान और दस्तावेज़, लेकिन यदि सही मदद मिले, तो यह योजना वेंडर्स के लिए अत्यधिक लाभकारी साबित हो सकती है। यदि आप एक स्ट्रीट वेंडर हैं या कोई ऐसा व्यक्ति जानते हैं, तो इस योजना की जानकारी लें और आवेदन करें। अगर आप किसी भी योजना का फायदा समय पर लेना चाहते हैं, तो Online Yojna Help को फॉलो करना न भूलें।
FAQ: PM Svanidhi Yojana in Hindi(पीएम स्वनिधि योजना)
PM Svanidhi के तहत 50,000 रुपये का ऋण कैसे मिलता है?
पहला चरण: ₹10,000
दूसरे चरण में समय पर चुकाने पर: ₹20,000
तीसरे चरण में: ₹50,000 तक का ऋण
इस प्रकार, ₹50,000 का ऋण तुरंत नहीं मिलता, बल्कि पहले छोटे ऋणों को चुकाने के बाद योग्य होने पर बढ़ता है।
SVANidhi योजना में ब्याज-मुक्त ऋण क्या है?
PM SVANidhi योजना में पूरी तरह से ब्याज-मुक्त ऋण नहीं है।
लेकिन यदि आप समय पर किस्तों का भुगतान करते हैं, तो सरकार सालाना 7% ब्याज की सब्सिडी सीधे आपके बैंक खाते में जमा करती है। इस कारण आपका वास्तविक ब्याज बहुत कम होता है।
₹10,000 के लिए PM योजना क्या है?
यह PM SVANidhi योजना का पहला चरण है। इस चरण में स्ट्रीट वेंडर्स को ₹10,000 तक का बिना गारंटी वाला ऋण दिया जाता है, ताकि वे अपने व्यवसाय को फिर से चालू कर सकें। यदि वे समय पर चुकाते हैं, तो वे ₹20,000 और फिर ₹50,000 तक का ऋण प्राप्त कर सकते हैं।
मोदी सरकार आधार कार्ड के माध्यम से कितना ऋण उपलब्ध करा रही है?
PM SVANidhi योजना के तहत केवल आधार कार्ड पर ऋण प्राप्त नहीं किया जा सकता, इसके लिए वेंडर सर्टिफिकेट या ULB से जारी पहचान पत्र भी आवश्यक है। बावजूद इसके, आधार कार्ड बैंक खाता और e-KYC के लिए जरूरी है। इस योजना के अंतर्गत अधिकतम ऋण की राशि ₹50,000 प्रदान की जाएगी, जिसे क्रमवार तरीके से जारी किया जाएगा।
क्या यह योजना सभी स्ट्रीट वेंडर्स के लिए है?
जी हां, यह योजना उन वेंडर्स के लिए है जो ULB से मान्यता प्राप्त हैं और जिनका व्यवसाय लॉकडाउन से पहले से चल रहा था। इस योजना में विभिन्न प्रकार के सामान बेचने वाले वेंडर्स शामिल हैं।
ऋण प्राप्त करने में कितना वक्त लगता है?
यदि आप सभी दस्तावेज पूरे और सही तरीके से जमा करते हैं, तो बैंकिंग प्रक्रिया को पूरा करने में कुछ दिन लग सकते हैं (लगभग 7-15 दिन)। (यह एक अनुमान है)
यदि ऋण समय पर चुकाया नहीं गया तो क्या होगा?
ब्याज सब्सिडी बंद हो जाएगी और बैंक सामान्य ब्याज दर लागू कर सकता है। इससे बचने के लिए समय पर भुगतान करने की कोशिश करें।
डिजिटल भुगतान के लिए कौन-कौन से प्रोत्साहन हैं?
डिजिटल लेनदेन पर कैशबैक जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं।