भारत जैसे विकासशील देशों में कुपोषण एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है। बच्चों की सही शारीरिक और मानसिक विकास के लिए पोषण होना बहुत जरूरी है। इसे ध्यान में रखते हुए, भारत सरकार ने Pradhan Mantri Poshan Shakti Nirman Yojana(प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना) शुरू की है।
इस योजना का मुख्य फोकस स्कूल जाने वाले बच्चों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को पोषण देना है। पहले इसे मिड-डे मील योजना के नाम से जाना जाता था, लेकिन इसे 2021 में नए नाम के साथ अधिक प्रभावी बनाया गया।
Pradhan Mantri Poshan Shakti Nirman Yojana(प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना) Kya Hai
- यह योजना भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक राष्ट्रीय मुहिम है।
 - यह सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों में कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों को प्रतिदिन पौष्टिक भोजन पहुंचाने का काम करती है।
 - इसका उद्देश्य केवल भोजन प्रदान करना नहीं है, बल्कि बच्चों को स्वास्थ्य, शिक्षा में भागीदारी और उनके समग्र विकास को भी बढ़ावा देना है।
 - यह योजना कुपोषण को कम कर बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य और शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए बनाई गई थी।
 
Pradhan Mantri Poshan Shakti Nirman Yojana(प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना) कब शुरू हुआ?
मिड-डे मील योजना 15 अगस्त 1995 को लागू की गई थी।
सितंबर 2021 में इसे नया रूप देकर “प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना” के नाम से जाना गया।
अब यह योजना केवल भोजन प्रदान करने पर केंद्रित नहीं है, बल्कि इसमें पोषण शिक्षा, जागरूकता बढ़ाने और स्वास्थ्य सुधार पर भी जोर दिया जाता है।
Pradhan Mantri Poshan Shakti Nirman Yojana(प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना)के प्रमुख उद्देश्य:
- बच्चों को संतुलित और पोषणयुक्त भोजन प्रदान करना।
 - गर्भवती महिलाओं, स्तनपान करने वाली माताओं और छोटे बच्चों को पोषण सहायता देना।
 - भूख और कुपोषण के मामलों को कम करना।
 - बच्चों को स्कूल जाने के लिए प्रेरित करना और ड्रोआउट दर को घटाना।
 - समाज में पोषण के प्रति जागरूकता फैलाना।
 - स्वस्थ भारत के दृष्टिकोण को बढ़ावा देना।
 
Pradhan Mantri Poshan Shakti Nirman Yojana(प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना) के मुख्य घटक
पौष्टिक भोजन वितरण:
बच्चों को नाश्ता और दोपहर का खाना दिया जाता है, जिसमें कैलोरी और प्रोटीन का विशेष ध्यान रखा जाता है।
Behavioral Change Communication (BCC):
समाज में स्वास्थ्य और पोषण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए अभियान चलाए जाते हैं।
प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण:
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित किया जाता है।
प्रौद्योगिकी का एकीकरण:
भोजन वितरण और रिपोर्टिंग के लिए डिजिटल मॉनिटरिंग सिस्टम का उपयोग होता है।
Pradhan Mantri Poshan Shakti Nirman Yojana(प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना): प्रति बच्चा भोजन मानदंड
प्राथमिक (कक्षा 1-5):
कैलोरी: 450
प्रोटीन: 12 ग्राम
अनाज: 100 ग्राम
दालें: 20 ग्राम
सब्जियां: 50 ग्राम
तेल/वसा: 5 ग्राम
उच्च प्राथमिक (कक्षा 6-8):
कैलोरी: 700
प्रोटीन: 20 ग्राम
अनाज: 150 ग्राम
दालें: 30 ग्राम
सब्जियां: 75 ग्राम
तेल/वसा: 7. 5 ग्राम
Pradhan Mantri Poshan Shakti Nirman Yojana(प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना) का असर
- पोषण की स्थिति में सुधार हुआ, जिससे महिलाओं और बच्चों की सेहत में भी सुधार देखने को मिला।
 - बच्चे अब विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ खाने लगे हैं।
 - शिक्षा में सुधार आया है, बच्चों की उपस्थिति को बेहतर बनाने और उनकी पढ़ाई पर ध्यान दिया गया।
 - सामाजिक समानता में बढ़ोतरी हुई है, सभी बच्चों को समान भोजन मिलने से भेदभाव कम हुआ है।
 - स्वास्थ्य सूचकांकों में गिरावट आई, जैसे कि स्टंटिंग और अंडरवेट बच्चों की कमी आई।
 - स्वास्थ्य व्यवस्था को मज़बूती मिली, स्वास्थ्य कर्मियों को तकनीकी और प्रशिक्षण सहायता प्राप्त हुई।
 
चुनौतियाँ: Pradhan Mantri Poshan Shakti Nirman Yojana(प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना)
- दूरदराज के क्षेत्रों में योजना को सफलतापूर्वक लागू करना मुश्किल होता है।
 - भोजन की गुणवत्ता और निगरानी कई बार संतोषजनक नहीं होती।
 - अर्थ और संसाधनों की कमी कभी-कभी समस्याएँ पैदा करती हैं।
 - जागरूकता कार्यकम अब भी ग्रामीण जगहों पर सीमित हैं।
 
भविष्य की योजनाएँ
- बेहतर भोजन की गुणवत्ता और विविधता लाना।
 - प्रौद्योगिकी के जरिए रियल-टाइम रिपोर्टिंग उपलब्ध कराना।
 - समुदाय की भागीदारी को बढ़ावा देना।
 - बच्चों के पोषण सुरक्षा को दीर्घकालिक सुनिश्चित करना।
 
Pradhan Mantri Poshan Shakti Nirman Yojana(प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना) पात्रता
- आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए।
 - बच्चा कक्षा 1 से 8 तक किसी सरकारी या सहायता प्राप्त विद्यालय में होना चाहिए।
 
Pradhan Mantri Poshan Shakti Nirman Yojana(प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना) आवेदन प्रक्रिया
इस योजना का कोई विशेष आवेदन प्रक्रिया नहीं है।
सभी बच्चों को अपने आप लाभ मिलता है।
MDM Daily रिपोर्ट कैसे देखें?
- PM Poshan / Mid-Day Meal Portal पर जाएं।
 - “डेली रिपोर्ट्स” सेक्शन पर क्लिक करें।
 - राज्य, जिला और स्कूल का चुनाव करें।
 - वहां से आप दैनिक रिपोर्ट डाउनलोड कर सकते हैं।
 
प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना के फायदे
- बच्चों को संतुलित और स्वस्थ आहार मिलता है।
 - कुपोषण और भूख की समस्या कम होती है।
 - स्कूल छोड़ने की दर में कमी आती है।
 - बच्चों की एकाग्रता और सीखने की क्षमता बेहतर होती है।
 - सामाजिक समानता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता में बढ़ोतरी होती है।
 
केंद्र सरकार ने पीएम पोषण योजना के अंतर्गत सामग्रियों की लागत में 9. 50 फीसदी की वृद्धि की
Pradhan Mantri Poshan Shakti Nirman Yojana(प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना) के अंतर्गत देश में सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में बच्चों को गर्म भोजन दिया जाता है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने इसके लिए आवश्यक सामग्रियों की लागत में 9.50 फीसदी की बढ़ोतरी की है। यह वृद्धि केंद्र सरकार को वित्त वर्ष 2025-26 में लगभग 954 करोड़ रुपये का अतिरिक्त खर्च उठाने पर मजबूर कर देगी। इससे छात्रों को पर्याप्त और पोषक भोजन प्रदान किया जाता रहेगा।
शिक्षा मंत्रालय ने इस बिंदु पर एक घोषणा की। ये नई दरें 1 मई से सभी राज्यों और केंद्रीय शासित प्रदेशों में प्रभावी होंगी। पीएम पोषण योजना एक केंद्रीय प्रायोजित परियोजना है जिसमें 10. 36 लाख सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूल शामिल हैं। यहां पर बाल वाटिका और कक्षाओं 1 से 8 में पढ़ रहे 11. 20 करोड़ छात्र दिन में एक बार गर्म पका हुआ भोजन प्राप्त करते हैं।
Other Schemes:
Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana
Pradhan Mantri Internship Yojana 2025
Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana
Pradhan Mantri Ujjwala Yojana 2025
निष्कर्ष: Pradhan Mantri Poshan Shakti Nirman Yojana(प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना)
भारत में प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना सिर्फ भोजन की कमी को समाप्त करने पर ही केंद्रित नहीं है, बल्कि यह स्वास्थ्य, शिक्षा और सामाजिक समानता को भी महत्व देती है। यदि इसे सही तरीके से लागू किया जाए, तो भविष्य में यह कुपोषण को दूर करने में भारत के लिए अत्यंत सहायक हो सकती है।लेटेस्ट सर्कारी योजना जानकारी अब आसान भाषा में – सिर्फ Online Yojna Help पर